मृदा संसाधन मानचित्रण | ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
मृदा
संसाधन
मानचित्रण
के
उद्देश्य: 1.
टोपोशीटस
और
उपग्रह
सुदूर
संवेदन
डेटा
का
उपयोग
कर
1:50000
पैमाने
पर
मृदा
मानचित्र
तैयार
करना
2.
मृदा
संसाधनों
की
प्रकृति,
सीमा
और
क्षमता
पर
जिला
आधारित
जानकारी
तैयार
करना
3.
भू-
सर्वेक्षण
के
लिए
आवश्यक
कम
समय
और
कम
से
कम
जनशक्ति
के
उपयोग
की
एक
पद्धति
विकसित
करना
4.
एक
समान
निर्देशिका
का
उपयोग
कर
मृदा
मानचित्रण
इकाइयों
को
चित्रित
करना
मृदा
संसाधन
मानचित्रण
की
क्रियाविधि 1.
निर्देशिका
का
विकास
2.
आधार
मानचित्र
तैयार
करना
3.
भू-आकृति
/
भूवैज्ञानिक
सीमा
का
चित्रण
4.
भौगोलिक
इकाइयों
का
चित्रण
5.
ढलान
सीमा
का
चित्रण
6.
भू
-
उपयोग
सीमा
का
चित्रण
7.
पूर्व
क्षेत्र
निर्वचन 8.
नमूना
स्टेप्स
का
चयन
9.
भू
क्षेत्र
जांच
एवं
क्षेत्र
कार्य 10
अंतिम
निर्वचन
और
मानचित्र
प्रमाणीकरण
को
अंतिम
रूप
देना.[विवरण] |
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एक नजर में सर्वेक्षण स्थिति: |
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