तीव्र प्राथमिक सर्वेक्षण | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
तीव्र
प्राथमिक
सर्वेक्षण
के
उद्देश्य
जलग्रहण
क्षेत्र
में
1:50 K.
पैमाने
पर
सीमांकन
और
वाटरशेड
प्राथमिकता
की
पहचान
करके
भू-आकृति,
ढलान,
मृदा
की
गहराई,
सतही
कणाकार,
भू-
उपयोग,
भू-आच्छादन,
सतही
अवस्था
और
वर्तमान
प्रबंध
प्रक्रियाओं
की
जानकारी
प्रदान
करना
है.
यह
तलछट
उपज
सूचकांक/
अपवाह
उत्पादन
क्षमता
के
आधार
पर 1:50 K
पैमाने
पर
जलग्रहण
क्षेत्र
में
अति
उच्च
और
उच्च
प्राथमिकता
वाले
सूक्ष्म
वाटरशेड
की
पहचान
तथा
सीमांकन
करता
है
।
भारतीय
मृदा
एवं
भू-
उपयोग
सर्वेक्षण
ने
जलग्रहण
क्षेत्रों
में
सूक्ष्म
वाटरशेड
की
पद्धति
विकसित
की
है
,
जिससे
कि
मृदा
और
जल
संरक्षण
की
योजना
को
चयनित
प्रक्रिया
एवं
चरणबद्ध
तरीके
से
किया
जा
सके।
सर्वेक्षण
के
उक्त
परिणामों
को
केन्द्र
और
राज्य
सरकारों
द्वारा
मृदा
और
जल
संरक्षण
योजनाओं
को
तैयार
करने
में
प्रयुक्त
किया
जाता
है
।
यह
निम्नलिखित
जानकारी
प्रदान
करती
है,
जिससे
कि
योजना
बनाने
की
प्रक्रिया
उपादेय
हो
1)
वाटरशेड
प्राथमिकता
विकास
करके
बांधों
का
तलछट
रोकना/जलाशयो
से
कृषि
उत्पादन
बढ़ाना
और
नाजुक
पारिस्थितिकी
तंत्र
को
बहाल
करना
2)
जलग्रहण
क्षेत्र
में
मृदा
और
भू-विशेषताओं
का
व्यापक
स्तर
पर
तीव्र
अपरदन
मानचित्रण
और
मृदा
की
प्रत्येक
इकाई
के
विषयगत
मानचित्र
का
सृजन
करना
3)
वाटरशेड
प्राथमिकता
का
मृदा
और
भूमि
संबंधी
जानकारी
के
लिए
किसी
भी
योजनाओं
के
उद्देश्यों
के
आधार
पर
उपयोग
करना
4)
प्रत्येक
तीव्र
अपरदन
मानचित्रण
इकाई
प्राकृतिक
स्थान
के
साथ
जुड़ा
हुआ
है
और
यह
विकास
योजना
के
उद्देश्यों
के
लिए
अलग
पारिस्थितिकी
-
इकाई
के
रूप
में
माना
जा
सकता
है
5)
गैर
कृषि
प्रयोजनों
अर्थात
सड़क
और
सीवर
लाइन
के
निर्माण
में
कचरे
को
निपटाने
के
लिए
उपयुक्त
स्थल
चयन,
आदि
के
लिए
डाटाबेस
का
अनुप्रयोग
किया
जा
सकता
है.[विवरण]
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एक नजर में सर्वेक्षण स्थिति: (हेक्टेयर में स्थान) |
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तीव्र टोही भूमि सर्वेक्षण के प्रकाशन : | |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||
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